ड्रिप सिंचाई क्या है (Drip irrigation)
ड्रिप सिंचाई क्या है (Drip irrigation)
दोस्तो आज हम ड्रिप सिंचाई के बारे में जानेंगे
ड्रिप सिंचाई विधि एक आधुनिक विधि है यह विधि इजरायल द्वारा विकसित है यह विधि पानी की कमी वाले मरुस्थलीय क्षेत्र के लिए काफी उपयोगी है यह विधि काफी महंगी है लेकिन कम वर्षा वाले क्षेत्र के लिए उपयोगी है इस नई विधि में पानी को प्लास्टिक पाइप(PVC pipe )के द्वारा पानी टपकाने वाले छिद्र(ड्रीप्स) जो की सिंचाई सहायक नलों (Irrigation Laterals) में लगे होते हैं लगे होते हैं तक पहुंचाया जाता है सहायक नाल पौधों की पंक्तियों को के अगल-बलग में बिछाए जाते हैं ड्रिप्स में पानी का दबाव कम करने की व्यवस्था होती हैं अत: पानी लगभग शून्य दबाव पर ही बूंद के रूप में बाहर टपकता है इसी आधार पर इस विधि का नाम टपकाब सिंचाई रखा गया है इस विधि द्वारा उर्वरक का गोल भी साथ दिया जा सकता है ।
प्राथमिक रूप से ड्रिप विधि कुंड सिंचाई विधि से सामान्य रखती है परंतु ड्रिप सिंचाई में पानी को प्लास्टिक पाइप के बिछाए गए जल से प्रभावित करने के कारण कुंड विधि की सभी त्रुटियां समाप्त हो जाती है इस विधि द्वारा पानी का ह्रास कम से कम होता है ड्रिप सिंचाई का उद्देश्य पौधों की जड़ों के क्षेत्र में उतना ही जल प्रभावित करना होता है जितना पौधों को प्रतिदिन आवश्यक होता है ।
ड्रिप सिंचाई विधि के लाभ (Advantage of surface Irrigation)
1) सभी पौधों को पानी समान रूप से मिलता है
2) सिंचाई की जल उपयुक्त क्षमता अधिक है
3)एवरी उर्वरक लेने के लिए भी उपयोगी है
4) ढालू भूमियों पर यह विधि काफी कारगर है
5)सिंचाई करने में श्रम कम लगता है
6)इस विधि में नालियां मेड आदि बनाने की आवश्यकता नहीं होती
7)अन्य विधियों की अपेक्षा ड्रिप सिंचाई में 50% पानी की बचत होती है
ड्रिप सिंचाई की हानिया
1) प्रति हेक्टेयर वह अधिक होता है ।
2) हमारे देश में अभी ऐसी कोई कंपनी नहीं है जो ऐसे उपकरण बनाती हो।